संप्रेषण – राकेश रोहित


परदे पर कोई भावप्रवण दृश्य चल रहा था. वह भावातिरेक में बुदबुदाया, ” सिनेमा संप्रेषण का सशक्त माध्यम साबित हो सकता है.” अचानक इंटरवल हो गया. परदे पर एक रील चमकने लगी- “धूम्रपान निषेध.” और वह समझ नहीं पा रहा था कि उसके सिगरेट के धुंए से मुझे खांसी हो रही थी. ooo

 

 

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